शिक्षक दिवस
शिक्षा के बिना हमें जीवन की कल्पना
नहीं कर सकते है |
जो जैसा बीज बोता वैसा ही पर बनता है।
एक अच्छा शिक्षक एक प्रकाश की तरह
होता है वह खुद प्रज्वलित होकर दूसरों को रास्ता दिखाता है |
शिक्षक का बच्चों का भविष्य
महत्वपूर्ण योगदान होता है शिक्षक के बिना छात्र जीवन अधूरा रहता है।
शिक्षक और सड़क
दोनों एक जैसे होते हैं खुद जहां वहीं रहते हैं, मगर दूसरों को उनकी मंजिल तक पहुंचा देते हैं।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 1888 में हुआ था,पहला शिक्षक दिवस 5 सितंबर, 1962 को भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर मनाया गया था।
अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने
वाले गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है.हमारे जीवन में गुरु का बड़ा महत्व है.भारत
में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाया जाता है
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शिक्षा क्यों आवश्यकता है ? जीवन में
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शिक्षक क्यों ग्रहण करना चाहिए?
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हम लोग क्यों पढ़ाई लिखाई करना चाहिए?
ये सब बातें सभी
दिमाग में हलचल होती रहती हैं और जानने का कोशिश करते हैं।
शिक्षा ही धन है। संपत्ति है।
पैसा है। शिक्षा से रहन-सहन में बदलाव ला सकते हैं। शिक्षा से समाज में बदलाव ला
सकते हैं और शिक्षा से मार्क का चुनाव कर सकते हैं।
शिक्षा प्राप्त करके बन सकते
हैं। लीडर। बिजनेसमैन। सीईओ प्रिंसिपल। टीचर। बैंक मैनेजर। डीसी। पुलिस। मैनेजर।
शिक्षा का मतलब केवल पढ़ाई करना नहीं
होता है कई क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा प्राप्त करना कोई उम्र
नहीं होता है कभी भी प्राप्त किया जा सकता है।
शिक्षक और सड़क दोनों एक जैसे होते हैं खुद जहां वहीं रहते
हैं, मगर दूसरों को उनकी मंजिल तक पहुंचा देते हैं।
पहला शिक्षा माता-पिता ही होते है उसके बाद शिक्षक होते है
और शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वह हमें ना केवल शिक्षा देते हैं बल्कि
अपने अनुभव और मार्गदर्शन से हमारे जीवन को सफल बनाने में मदद करते हैं।
माता-पिता हमें जन्म देते हैं लेकिन सही गलत का फर्क शिक्षक
ही हमें सिखाती हैं जिसमें से हमारा चरित्र निर्माण तो होता ही है साथ ही साथ ही
मार्गदर्शन मिलता है जब जो हमारे उज्जवल भविष्य के लिए बेहद जरूरी हैं |
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